25 वर्ष पहले खरीदे हुए 504 गज के प्लाट पर नहीं मिल रहा कब्जा – पीड़ित परेशान
25 वर्ष पहले खरीदे हुए 504 गज के प्लाट पर नहीं मिल रहा कब्जा – पीड़ित परेशान

* राजस्व विभाग पर हेरा फेरी करने का आरोप
रिपोर्टर धर्मेंद्र शर्मा
झिंझाना। 25 वर्ष पहले खरीदे गए 500 गज के प्लॉट पर पीड़ितों को कब्जा नहीं मिल रहा पा रहा है। पीड़ित गण करीब एक साल पहले से राजस्व विभाग के चक्कर काट रहे हैं। जबकि इस मामले में राजस्व विभाग की भी लीपापोती बताई जा रही है। पीड़ित गणों ने भी फिर से ऊन तहसील समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है।
चौसाना क्षेत्र के ग्राम जिजोला के निवासी गणों मौहम्मद मुस्तफा , शौकत , ईरशाद अली व मौहम्मद रफी , मौहम्मद शफी व तोफीक अली पुत्रगण फजर अली ने तहसील समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देने के बाद मीडिया को बताया कि कि उन्होंने 18 नवंबर 1999 में ईदगाह के पास खसरा नंबर 192 में 504 गज 403 .36 वर्ग मीटर का एक प्लांट चौसाना निवासी अब्दुल कय्यूम पुत्र रफीक आदि से खरीदा था। बताया गया की खसरा नंबर 192 में कुछ जमीन ईदगाह के नाम दान में दी गई थी बाकी हमारी जमीन नहीं जबकि प्रशासन हमें उलझा रहा है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि जिलाधिकारी महोदय को प्रार्थना पत्र देने के बाद शामली एसडीएम के नेतृत्व में टीम का गठन कर जांच कराई गई थी आरोप है कि जांच टीम ने मिलीभगत कर हमें किसी प्लाट होने से इनकार कर दिया। ऊन तहसील के लेखपाल आदि उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। इसी संबंध में लखनऊ योगी दरबार में भी गुहार लगाई जा चुकी है।
पीड़ित गणों ने बताया कि पिछले करीब 1 साल से राजस्व विभाग द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है और उनकी जमीन को ईदगाह की जमीन बताया गया है। इस संबंध में परिवार के लोगों द्वारा करीब 6 महीने पहले धरना प्रदर्शन भी किया गया था मगर आरोप है कि पुलिस ने राजस्व लेखपाल के कहने पर उठाकर बंद कर दिया था। अब उन्हें उनका खरीदा गया प्लांट कहीं पर भी नहीं मिल पा रहा है।
उधर इस संबंध में एसडीएम संदीप त्रिपाठी के आदेश पर लेखपाल लोकेश सैनी ने बताया कि जाहिद के स्व० पिता द्वारा उपरोक्त लोगों को प्लॉट बेचा गया था और कुछ समय बाद उसी ने ही उसे प्लॉट को ईदगाह के नाम दान में बैनामा कर दिया था। पीड़ितों के अनुसार अब लेखपाल उन्हें सिविल कोर्ट जाने की सलाह दे रहे हैं।

















































