टीईटी अनिवार्यता के विरोध में) दिल्ली जंतर मंतर पर आयोजित धरने प्रदर्शन में शामिल हुए शामली के सैकड़ो शिक्षक

(टीईटी अनिवार्यता के विरोध में)

दिल्ली जंतर मंतर पर आयोजित धरने प्रदर्शन में शामिल हुए शामली के सैकड़ो शिक्षक

 

रिपोर्टर धर्मेंद्र शर्मा

झिंझाना। अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित धरने प्रदर्शन में शामली जनपद के सैकड़ो की संख्या में शिक्षक शामिल हुए। शिक्षकों ने टीईटी के विरोध में अपनी एकता का प्रदर्शन करके साफ तौर पर विरोध जाहिर किया।
‌ अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान व अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के संयोजन में 2011 से पूर्व नियुक्त सभी शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्यता संबंधी आदेश के विरोध में जनपद शामली के शिक्षकों द्वारा सैंकड़ों की संख्या में सोमवार को दिल्ली जंतर मंतर पर आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में पहुंचकर प्रतिभाग किया गया। संघर्ष मोर्चा शामली के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि दो वर्षों के बाद सेवा में रहने के लिए 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों पर भी टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने सम्बन्धी अव्यावहारिक आदेश थोपा जाना पूर्णतया गलत है क्योंकि जब सरकार द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा की शुरुआत ही 2011 से की गई तो उक्त परीक्षा को लागू होने से दस या पन्द्रह साल पहले नियुक्त शिक्षकों पर थोपने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षक वर्ग अपने अधिकार और सम्मान को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाकर आंदोलन करने को तैयार हैं। दिल्ली धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में जाने वाले शिक्षकों में उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष शामली योगेश कुमार राठी, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष एवं ब्लॉक अध्यक्ष ऊन अनिल कुमार वर्मा, जिला महामंत्री खलील अहमद, ब्लॉक मंत्री सुबोध कुमार शर्मा, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नितिन पंवार, जिला महामंत्री पीयूष कुच्छल, जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर धर्मेन्द्र सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष ऊन नीरज कुमार बड़सर, ब्लॉक अध्यक्ष कैराना संजय देशवाल, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मलिक, मांडलिक मंत्री विनय चौहान, जिला मंत्री गुलाब सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष कांधला सचिन चौहान, योगेश मलिक, साजिद अली, जितेन्द्र कुमार, बासोराम शर्मा, मिंदर सिंह, पंकज कुमार, गौरव कालखंडे, ऋषिपाल, राजकुमार आदि सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए।