बसों के संचालन की मांग: क्षेत्रीय प्रबंधक ने आरटीओ को दी जिम्मेदारी

बसों के संचालन की मांग: क्षेत्रीय प्रबंधक ने आरटीओ को दी जिम्मेदारी

Report Puneet Goel Journalist

खादर क्षेत्र में बस सेवाओं की बहाली के लिए मुख्यमंत्री से की गई अपील – 2014 में शुरू होने के बाद बंद हो गया था बसों का संचालन

कैराना। भाजपा नेता ने खादर क्षेत्र में बस सेवाओं के पुनः संचालन की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र सौंपा था। इस पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम सहारनपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक ने पूर्व में संचालित बसों को निजी बताते हुए इसकी जिम्मेदारी आरटीओ के पास डाल दी है। उनके अनुसार, निगम की बसों का संचालन केवल तब संभव होगा, जब उचित परमिट उपलब्ध हो।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री और दभेडीखुर्द के पूर्व प्रधान मंशाद अली चौहान ने हाल ही में मुख्यमंत्री दरबार में पहुंचकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। उन्होंने उल्लेख किया कि आजादी के 77 साल बाद भी खादर क्षेत्र के लगभग 50 गांव की लाखों की जनसंख्या बस परिवहन सुविधाओं से वंचित है। जून 2014 में इस मार्ग पर पांच निजी बसों का संचालन शुरू हुआ था, लेकिन बाद में यह सेवाएं बंद कर दी गईं। इसके चलते क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रार्थना पत्र के जवाब में, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम सहारनपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्र प्रताप सिंह ने परिवहन निगम के मुख्यालय लखनऊ को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि 2014 में शुरू की गई बसें निजी थीं, जो कैराना से गांव मलकपुर, खुरगान, मंसूरा, बिड़ौली होते हुए गंगोह तक चलती थीं, लेकिन अब बंद हो चुकी हैं। इन बसों के पुनः संचालन की मांग आरटीओ सहारनपुर के माध्यम से रखी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि संबंधित मार्गों को फहर्मूलेटिड घोषित किया गया है, और इन पर निगम बसों के संचालन के लिए परमिट के आवेदन राज्य परिवहन प्राधिकरण लखनऊ में प्रस्तुत किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उपरोक्त फहर्मूलेटिड मार्गों के परमिट मिलने के बाद ही निगम बसों का संचालन शुरू किया जा सकेगा। वहीं, भाजपा नेता मुंशाद अली चौहान ने मुख्यमंत्री से एक बार फिर बस सेवाओं की बहाली की मांग की है।