कावड़ यात्रा का अनूठा उत्सव: सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में शिव भक्ति की बयार
कावड़ यात्रा का अनूठा उत्सव: सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में शिव भक्ति की बयार
Report Puneet Goel Journalist
कैराना। छोटे-छोटे कावड़िया मंगलवार को अपने भगवान शिव को मनाने के लिए एक अद्भुत कावड़ यात्रा का हिस्सा बने। सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल ने अपनी अनूठी परंपरा के तहत इस धार्मिक उत्सव का आयोजन किया, जो न केवल बच्चों के लिए बल्कि पूरे कस्बे के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गया।

कावड़ यात्रा का शुभारंभ प्रतिष्ठित व्यापारी प्रमोद गोयल और जयप्रकाश द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। इस दौरान विद्यालय के नन्हें कावड़िया अपने कंधों पर कावड़ उठाए, शिव की भक्ति में लीन होकर आगे बढ़े। यात्रा का आयोजन धूमधाम से हुआ, जिसमें ढोल-नगाड़े और स्कूल के बैंड ने भक्तिमय संगीत से समां बांध दिया।
यह यात्रा सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल से प्रारंभ होकर चौक बाजार, जोड़वा कुआं, पुराना बाजार, निर्मल चौराहा, पट्टोवाला, गुम्बद, शामली बस स्टैंड, बेगमपुरा से होते हुए पुनः विद्यालय में संपन्न हुई। यात्रा के दौरान भगवान शंकर और माता पार्वती की झांकी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया और लोग इस दिव्य उत्सव के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित हुए।
बच्चों की मासूमियत और भक्ति ने प्रदर्शित किया कि धार्मिक संस्कार और सांस्कृतिक विरासत की अनिवार्यता को वे किस प्रकार निभा रहे हैं। इस कावड़ यात्रा ने समाज में एकता, भाईचारे और शिव भक्ति की भावना को मजबूत किया। यह अवसर न केवल बच्चों के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक सशक्त संदेश लेकर आया है कि हम सबको अपनी धार्मिक परंपराओं को जीवित रखना चाहिए।ý
इस प्रकार, सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल की कावड़ यात्रा ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब नन्हे दिलों में भक्ति का संचार होता है, तो वो न केवल खुद को बल्कि समाज को भी एक नई दिशा दे सकते हैं।

















































