डीएम अरविन्द चौहान की मानवता की मिसाल: फरियादी महिला के साथ जमीन पर बैठकर सुनी समस्याएं
डीएम अरविन्द चौहान की मानवता की मिसाल: फरियादी महिला के साथ जमीन पर बैठकर सुनी समस्याएं
पुनीत गोयल
शामली। जब शामली के जिलाधिकारी अरविन्द चौहान ने एक फरियादी महिला को धूप में बैठे देखा, तो उन्होंने अपनी कुर्सी छोड़कर सीधे जमीन पर बैठकर उसकी समस्याएं सुनने का फैसला किया। इससे उनकी मानवता और संवेदनशीलता का एक अनोखा उदाहरण सामने आया।
डीएम चौहान ने न केवल महिला की बात ध्यान से सुनी, बल्कि उसकी परेशानियों को समझने के लिए पूरे समय उस स्थिति में बने रहे। उनकी इस साहसिकता और सहानुभूति ने यह दिखा दिया कि वे आम जनता के प्रति कितने समर्पित हैं।
इस घटना ने पूरे प्रशासनिक सिस्टम में एक सकारात्मक संदेश फैलाया है कि अधिकारियों को जनता के प्रति कितनी संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। डीएम अरविन्द चौहान के इस कदम की चारों ओर सराहना हो रही है, और लोग उनके मानवीय दृष्टिकोण की तारीफ कर रहे हैं। उनकी इस पहल ने साबित कर दिया है कि सच्चा नेतृत्व वही है, जो जनता के साथ खड़ा हो।

















































