मन और जल का दिव्य संबंध जीवन को करता है आलोकित रू राज राजेश्वर महाराज

मन और जल का दिव्य संबंध जीवन को करता है आलोकित रू राज राजेश्वर महाराज


थानाभवन। कसबे के मोहल्ला कंभोयान स्थित विश्वकर्मा मंदिर प्रांगण में श्री सनातन शिव शक्ति हनुमान मंडल के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में कथावाचक राज राजेश्वर महाराज ने अध्यात्म की शक्ति और मनदृजल के पवित्र संबंध पर विस्तृत प्रकाश डाला। कहा कि मन और जल का दिव्य संबंध जीवन को आलोकित करता है।
महाराज ने कहा कि अध्यात्म में इतनी सामर्थ्य है कि यह किसी भी मनुष्य के जीवन को मूल रूप से परिवर्तित कर देता है। जैसे-जैसे साधक के जीवन में अध्यात्म प्रवेश करता है, वैसे-वैसे वह गहरे और स्थायी सुख का अनुभव करने लगता है। धीरे-धीरे व्यक्ति न केवल स्वयं के लिए बल्कि समाज के लिए भी विशेष बन जाता है। कहा कि मन और जल के आध्यात्मिक संबंध का उल्लेख करते हुए कहा कि जल पवित्रता, जीवन, शांति और परिवर्तन का प्रतीक है। यह मन को शुद्ध करता है, तनाव को कम करता है और चेतना को जागृत करता है। मन की सकारात्मकता जल के माध्यम से शरीर और आत्मा को शुद्ध करती है, जिससे आध्यात्मिक विकास और मानसिक स्पष्टता प्राप्त होती है। कार्यक्रम में सुनील सैनी, रवि तायल और सुरेंद्र गर्ग ने मधुर भजनों से संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर नवीन गोयल, योगेश तायल, अमित गर्ग, नवीन बंधु, सचिन गोयल, विकास सिंघल, डॉ. सुनील गोयल, बबली गर्ग, रवि तायल, प्रभात तायल और अनुज तायल मौजूद रहे।