आठवें वेतन आयोग में पेंशन पुनरीक्षण व पेंशनरी समस्याओं को शामिल करने की मांग

आठवें वेतन आयोग में पेंशन पुनरीक्षण व पेंशनरी समस्याओं को शामिल करने की मांग

सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर एसोसियेशन ने निकाला मशाल जुलूस, कलेक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन
शामली। सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर एसोसियेशन ने केन्द्रीय आठवें वेतन आयोग में पेंशन पुनरीक्षण एवं अन्य पेंशनरी समस्याओं को भी शामिल करने की मांग की है। संगठन के पदाधिकारियांे ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा।
जानकारी के अनुसार शनिवार को सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने अपनी पेंशन संबंधित समस्याओं को लेकर मशाल जुलूस निकाला तथा कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि केन्द्रीय आठवें वेतन आयोग के गठन के भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के संकल्प पत्र से देशभर के पेंशनरों में आक्रोश है। इसका मुख्य कारण पूर्व में अभी तक गठित केन्द्रीय वेतन आयोगों के विषय बिंदु में पेंशनरों की पेंशन एवं अन्य लाभों का संदर्भ शामिल रहता रहा है लेकिन आठवें वेतन आयोग के संकल्प पत्र में इस विषय को छोड दिया गया है। पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन पुनरीक्षण को वेतन आयोग के दायरे से बाहर कर दिया गया है। आठवें वेतन आयोग के संकल्प पत्र में आयोग की रिपोर्ट लागू होने की तिथि के पहले के पेंशनरों के पेंशन पुनरीक्षण एवं अन्य लाभों को दिए जाने के विषय को छोड दिया गया है। इससे आगे चलकर महंगाई राहत पर भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की कि पुराने पेंशनरों की पेंशन, पारिवारिक पेंशन का पुनरीक्षण तथा अन्य लाभें से संबंधित प्रकरण आठवें वेतन आयोग में शामिल किए जाएं। इस अवसर पर अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह, बालकिशन आर्य, नवरत्न शर्मा, रामपाल सिंह, ऋषिपाल विकसित, वीरेन्द्र सिंह, श्यामलाल सैनी, गोरधन दास, ओंकार सिंह मलिक, सलेकचंद, विनेश त्यागी, सत्तार अली, चंद्रपाल सिह, जयपाल सिंह, कृष्णपाल सिंह, राजपाल सिंह, कृष्ण दत्त शर्मा आदि भी मौजूद रहे।