परेशान संविदा कर्मियों का फैसला) 3 दिसंबर से जिले के विद्युत संविदा कर्मचारियों की शुरू होगी भूख हड़ताल व कार्य बहिष्कार

(परेशान संविदा कर्मियों का फैसला)
3 दिसंबर से जिले के विद्युत संविदा कर्मचारियों की शुरू होगी भूख हड़ताल व कार्य बहिष्कार


* मंगलवार को पत्र के माध्यम से विभाग को सूचित कराएगी जिला इकाई

* नहीं हो रहा विद्युत संविदा कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान

रिपोर्टर धर्मेंद्र शर्मा

झिंझाना। पिछले कई महीनो से विद्युत संविदा कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है सबसे बड़ी समस्या वेतन न मिलने की है। नई कंपनी का टेंडर होने के बाद से सभी विद्युत संविदा कर्मी बेहद परेशान है। अब 3 दिसंबर से जिले के सभी विद्युत संविदा कर्मचारियों ने आगामी 3 दिसंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और काम के बहिष्कार करने का फैसला लिया है। जिसकी सूचना मंगलवार को लिखित रूप से विभाग को दिए जाने वाली है।
विद्युत संविदा कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के शामली जिला अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने बताया कि 7 या 8 महीने पहले मेहर कंपनी ने यह ठेका लिया था , तब से कर्मचारियों के वेतन की समस्या मुख्य रूप से बन रही है। संविदा कर्मचारी की समस्याओं का समाधान करने के लिए संघ ने कई बार अधिकारियों के सामने इन समस्याओं को उठाया और उनके निस्तारण की मांग की। जिला अध्यक्ष रविंद्र कुमार का यह भी कहना है कि 13 नवंबर में भी एक दिन का बहिष्कार करके सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया था। ताकि अधिकारियों को इस समस्या का समाधान भी याद रहे। मगर ऐसा नहीं हुआ और कर्मचारियों की समस्याएं लगातार पड़ रही है अब मजबूरन होकर कर्मचारियों को आगामी 3 दिसंबर से शामली जनपद में हड़ताल और कार्य का बहिष्कार करते हुए भूख हड़ताल करने का फैसला लिया गया है। इस भूख हड़ताल या कार्य बहिष्कार की सूचना मंगलवार में लिखित रूप से विभाग को भी दे दी जाएगी।

 

क्या समस्याएं हैं संविदा कर्मियों की

श्रमायुक्त महोदय‌ शामली को लिखे पत्र में विद्युत संविदा कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के शामली जिला अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने बताया कि शामली जनपद के विद्युत संविदा कर्मचारियों की निम्नलिखित समस्याएं हैं। (1) जिनमें पहली समस्या में शामली के विद्युत संविदा कर्मचारियों का वेतन समय से नहीं मिल रहा , जबकि कुछ कर्मचारियों का वेतन दो महीना से रुका है।
(2) पूर्व मे बिना किसी सूचना के कुछ संविदा कर्मियों की नौकरी खत्म कर दी गई जो कि नियम के विरुद्ध है। आरोप है कि पहले तो विद्युत अधिकारियों ने पूरे महीने संविदा कर्मियों से काम करा लिया और उसके बाद इन्हें बिना वेतन दिए नौकरी से हटा दिया गया , यह श्रम कानून का खुला उल्लंघन है। (3) शामली जिले में विद्युत संविदा कर्मचारियों की छटनी का क्या मतलब है इसका कारण आज तक नहीं बताया गया। (4) नई कंपनी का टेंडर हुए 2 महीने हो चुके हैं मगर संविदा कर्मचारियों को सुरक्षा संबंधी कोई भी उपकरण अभी तक उपलब्ध नहीं कराए गए। (5) संविदा कर्मचारियों को नई कंपनी द्वारा आई कार्ड और ईएसआई कार्ड भी अभी तक नहीं दिए गए हैं। इस पत्र की प्रतिलिपियां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री, मुख्य अभियंता विद्युत वितरण मंडल मुजफ्फरनगर , अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण शामली, और जिलाधिकारी शामली को भेजी गई है।