भव्य तिरंगा यात्रा के साथ कैराना में गूंजा देशभक्ति का स्वर
भव्य तिरंगा यात्रा के साथ कैराना में गूंजा देशभक्ति का स्वर
Puneet Goel

कैराना। आज़ादी के अमृत महोत्सव की उमंग और स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कैराना कस्बा पूरी तरह देशभक्ति के रंग में रंग गया, जब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मण्डल अध्यक्ष अतुल मित्तल के नेतृत्व में विशाल तिरंगा यात्रा का आयोजन किया।
यह ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा सिद्ध पीठ बाबा बनखंडी मंदिर परिसर से विधिवत रूप से आरंभ हुई, जहां कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारों से वातावरण को गूंजा दिया। हाथों में लहराते तिरंगे और देशभक्ति गीतों के साथ यात्रा का कारवां आगे बढ़ा और कस्बे के प्रमुख मार्गों—मुख्य बाजार, चौक बाजार, जुड़वा कुआं, पुराना बाजार, निर्मल चौराहा, जामा मस्जिद, पटोवाला, मोहल्ला, गुंबद मोहल्ला, अलकला, कांधला बस स्टैंड, घोष चुंगी—से होती हुई कस्बे के कलस्यान् चौपाल पर सम्पन्न हुईं।
यात्रा के दौरान स्थान-स्थान पर लोगों ने फूल वर्षा कर कार्यकर्ताओं का स्वागत् किया। स्थानीय निवासियों ने तिरंगा यात्रा में शामिल होकर देशभक्ति की भावना को और प्रबल किया। युवाओं, महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या में मौजूदगी ने इसे जन आंदोलन का रूप दे दिया।

अंत में यह यात्रा कल शाम चौपाल पर संपन्न हुई, जहां देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया गया। मण्डल अध्यक्ष अतुल मित्तल ने कहा कि तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि भारत की आन-बान और शान का प्रतीक है, और हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इसका सम्मान और रक्षा करे। इस दौरान कार्यक्रम अध्यक्ष अतुल मित्तल (मंडल अध्यक्ष) मुख्य अतिथि अनिल चौहान , (वरिष्ठ भाजपा नेता) एवं शिवेंद्र चौहान पुत्र श्रीमती मृगांक सिंह , (वरिष्ठ भाजपा नेत्री) हर घर तिरंगा अभियान संयोजक सोनू बलान (मीडिया प्रभारी युवा मोर्चा)
कार्यक्रम संयोजक धर्मवीर वाल्मीकि (मंडल उपाध्यक्ष)मुख्य रूप से उपस्थित
इस अवसर पर दामोदर सैनी , डॉक्टर श्रीपाल कश्यप,रोहतास सैनी, सचिन चौहान, शराफत खान , आलोक चौहान, आलोक गर्ग, रजत वर्मा, अमन गर्ग, सतीश कश्यप,कुलदीप सिंघल, मनोज बाल्मीकि, नवीन अग्रवाल, रणबीर कश्यप, यश अग्रवाल, एडवोकेट अरुण प्रकाश राय तय, शिवचरण कश्यप, गयूर अली, शौकीन अंसारी, जीशान, डॉ ऋषि, सोमपाल, राजीव राजवंशी,जमील अंसारी आदि सैकड़ो की तादाद में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

















































