सच्चाई की खोज: कोतवाल की प्रभावी जांच ने उम्मीदों को फिर से जगाया

सच्चाई की खोज: कोतवाल की प्रभावी जांच ने उम्मीदों को फिर से जगायाé

पुनीत गोयल

कैराना । पिछले शनिवार को किसान देवेन्द्र के बेटे रोहित देशवाल अपने मित्र नितिन उर्फ ब्लैकी के साथ ट्रैक्टर-ट्राली पर खेत की ओर जा रहे थे। इस दौरान, पुलिस की जानकारी के अनुसार, नितिन ने अचानक एक अवैध पिस्टल का संचालन करते समय गोली चला दी, जो रोहित के बाएं पैर में लगी। घायल रोहित को तुरंत पानीपत के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

रोहित के भाई अंकित देशवाल ने इस घटना को बाइक सवार दो अज्ञात व्यक्तियों की हरकत बताकर स्थानीय कोतवाली में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने मामले की गहन जांच के लिए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह को निर्देशित किया था। वहीं, रोहित के परिवार ने इस घटना को सही संदर्भ में प्रस्तुत करने का प्रयास किया।

हालांकि, प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच ने सभी मंसूबों को नाकाम कर दिया। उन्होंने बिना किसी दबाव के जांच पूरी की, जिसमें घटना की वास्तविकता उजागर हुई और किसी निर्दोष को दंडित होने से बचाया। उनकी इस कार्यप्रणाली ने पुलिस विभाग में जनता के भरोसे को और बढ़ाया है।

महत्वपूर्ण है कि रोहित के पिता देवेंद्र की 50 दिन पहले हत्या कर दी गई थी, जिसके संबंध में रोहित ने गांव मामौर के नदीम, शोबान और फरमान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाइयों के तहत आरोपी फरमान और नदीम को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी शोबान को बाद में पुलिस अभिरक्षा में लाया गया।

इस प्रकार, कोतवाल की निष्पक्ष जांच ने इस जटिल मामले में सच्चाई को उजागर किया है।