अंधेरे में अवैध मिट्टी खनन: किसानों की परेशानियों का प्रशासन पर कोई असर नहीं

अंधेरे में अवैध मिट्टी खनन: किसानों की परेशानियों का प्रशासन पर कोई असर नहीं

 

झिंझाना। थाना क्षेत्र चौसाना के क्षेत्र में मिट्टी खनन माफिया ने रात के अंधेरे में बेखौफ होकर खेतों से अवैध मिट्टी का खनन जारी रखा है, जबकि इस पर की गई शिकायतों का कोई असर नहीं हुआ है।

स्थानीय किसान राजेंद्र ने बताया कि उनके खेत में पिछले 15 दिनों से मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है, जबकि उनकी भूमि की कागजी प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है। उन्होंने ऊन एसडीएम, डायल 112, चौसाना पुलिस चौकी और मुख्यमंत्री पोर्टल पर अपनी शिकायतें दर्ज कराई, लेकिन अब वे परेशान हैं। मीडिया के माध्यम से उन्होंने उच्च अधिकारियों से पूरा मामले का संज्ञान लेने की अपील की है।

सकौती गांव के निवासी राजेंद्र और उनके चाचा चांदवीर का आरोप है कि उनकी विधवा चाची अमृता पिछले 15 दिनों से उनके खेतों से जेसीबी द्वारा मिट्टी उखाड़ रही हैं, जबकि यह भूमि मुश्तरका खाता है। राजेंद्र का कहना है कि वे पहले भी इस मामले में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान ने आगे बताया कि यदि पोर्टल पर शिकायत के बाद कोई कार्रवाई होती है, तो लेखपाल ने बिना जानकारी के गलत तरीके से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस मामले में खसरा नंबर 148 की अनुमति 17 मई 2025 को समाप्त हो गई, जबकि खसरा नंबर 253 की अनुमति 1 जुलाई को खत्म हो रही है, जिसमें 100-100 घन मीटर मिट्टी उठाने की बात कही गई है। जानकारों का मानना है कि यह अनुमति सिर्फ एक औपचारिकता है। इस मामले में किसी भी अधिकारी से संपर्क नहीं हो सका है।