तीन मोहर्रम की रात्रि में इमामबारगाहों में किया गया मजलिसों का आयोजन।
तीन मोहर्रम की रात्रि में इमामबारगाहों में किया गया मजलिसों का आयोजन।
Report : Puneet Goel

मौलाना अलीम अख्तर व मौलाना आमिर ने अपने सम्बोधन में हज़रत इमाम हुसैन के जीवन पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए कर्बला के शहीदों को याद किया।
कैराना ।छोटी वा बड़ी इमामबारगाह में मोहर्रम से संबंधित मजलिसों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें छोटी इमाम बारगाह में मौलाना आमिर साहब बड़ी इमाम बारगाह में मौलाना अलीम अख्तर साहब खिताब फरमा रहे हैं। मौलाना हजरात ने इमाम हुसैन के आचरण पर रोशनी डाली और लोगों को भी अपने आचरण में आंतरिक सुधार करने की बात की मौलाना ने लोगों से मिल जुलकर रहने तथा कुरीतियों को समाप्त करने की बात कही। इमाम बड़गाहों में वसी हैदर साकी व हुसैन हैदर के द्वारा मर्सियाख्वानी की गई । बाद में मजलिस में मौलाना हजरात ने मुल्क में अमन और शांति के लिए दुआ कराई। मजलिस में क़ुर्रत मेहदी गुलज़ार, मेहदी मोहम्मद जाफर, फैसल रज़ा मोहम्मद आगाज़ आदि ने नोहाख्वानी की ।इस दौरान कौसर ज़ैदी,नवाब रज़ा अली खान , शाहिद हुसैन, अब्बास अली,सरवर हुसैन,शारिब अली, ज़ावेद रज़ा अली मेंहदी,चुननन, बुधन काज़िम हुसैन सैदुल हसन,शाह रज़ा ज़ैदी, शराफ़त हुसैन,राहत अली ज़ैदी,रज़ी हैदर,शबाब हैदर आदि मौजूद रहे।

















































