बकरा ईद पर वकील चौहान की अपील, अमन और साफ़-सफ़ाई बनाए रखने की गुज़ारिश

बकरा ईद पर वकील चौहान की अपील, अमन और साफ़-सफ़ाई बनाए रखने की गुज़ारिश

पुनीत गोयल

कैराना। बकरा ईद के मौके पर जहां एक तरफ कुर्बानी की तैयारियों ने बाजारों को चकाचौंध कर रखा है, वहीं दूसरी ओर गांव तित्तरवाड़ा के सक्रिय समाजसेवी और शामली जिला पंचायत सदस्य वार्ड 13 के भावी प्रत्याशी वकील चौहान ने मुस्लिम समाज से जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने की पुरज़ोर अपील की है। वकील चौहान की यह अपील न केवल धार्मिक मर्यादाओं के अनुरूप है, बल्कि सामाजिक सौहार्द, प्रशासनिक नियमों और इंसानी समझदारी का अद्भुत मिश्रण भी है।

वकील चौहान ने कहा कि बकरा ईद इस्लाम का एक पाक और पुरसुकून त्योहार है, जो हमें अपने अंदर के घमंड, नफरत और खुदगर्जी की कुर्बानी देकर समाज और मुल्क के लिए जीने की सीख देता है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने मुसलमान भाइयों से गुज़ारिश की कि वे ईद की नमाज़ केवल ईदगाहों और मस्जिदों में ही अदा करें, सार्वजनिक सड़कों या गलियों में नमाज़ पढ़ने से बचें, जिससे किसी आम राहगीर, मरीज, यात्री या वाहन चालक को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि खुदा को दिखावे की नहीं, दिल से की गई इबादत पसंद है।

इसके साथ ही वकील चौहान ने कुर्बानी के दौरान साफ़-सफ़ाई का विशेष ध्यान रखने की अपील करते हुए कहा कि जानवरों की कुर्बानी के बाद उनके अवशेष गलियों, नालियों या आम रास्तों पर न फेंके जाएं। निर्धारित स्थानों पर ही कचरे और अवशेषों का निष्पादन किया जाए। उन्होंने कहा कि सफाई केवल क्षेत्र की नहीं, बल्कि हर उस मुसलमान की ज़िम्मेदारी है जो खुद को पाक साफ़ कहलाना पसंद करता है। उन्होंने बच्चों और नौजवानों से भी आग्रह किया कि वे मोहल्लों में जागरूकता फैलाएं और दूसरों को साफ़-सफ़ाई के प्रति प्रेरित करें।

वकील चौहान ने विशेष रूप से प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइनों का पूरी तरह से पालन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो नियम कानून बनाए गए हैं, वे समाज की भलाई और अमन के लिए हैं। किसी भी प्रकार की अफवाह, धार्मिक उत्तेजना या सामाजिक तनाव फैलाने वाले कृत्य से दूर रहें। सोशल मीडिया पर विशेष सावधानी बरतें और कोई भी भ्रामक या भड़काऊ पोस्ट शेयर न करें।

उन्होंने नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज ज़रूरत है ऐसे मुसलमानों की जो सिर्फ कुर्बानी नहीं, इंसानियत की सेवा भी करें। जो खुदा के हुक्म के साथ-साथ अपने पड़ोसी, समाज और शहर का भी ख्याल रखें। कुर्बानी तभी मुकम्मल होगी जब आपके आसपास का माहौल भी पाक हो, सलीका हो और अमन से लबरेज़ हो।

वकील चौहान की यह अपील पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। लोगों ने उनके सोच और वक्तव्य की जमकर सराहना की है। आमजन कह रहे हैं कि ऐसा उम्मीदवार जो त्योहार पर समाज की भलाई और क्षेत्र की सफाई को लेकर इतनी गंभीरता दिखाए, वही असल में जनप्रतिनिधि कहलाने के काबिल होता है। वकील चौहान की बातों में एक नेता नहीं, एक रहनुमा की झलक मिलती है जो समाज को सिर्फ वोट के वक़्त नहीं, हर मौके पर दिशा देने को तैयार रहता है।

बकरा ईद के इस पवित्र मौके पर वकील चौहान का संदेश साफ़ है – “ईद की खुशियां मनाइए, लेकिन कानून, इंसानियत और मोहब्बत को साथ लेकर। नमाज़ अदा कीजिए, लेकिन सड़कों पर नहीं। कुर्बानी दीजिए, लेकिन गंदगी न फैलाइए। और सबसे बढ़कर, अपने वतन और मोहल्ले को साफ़-सुथरा, शांतिपूर्ण और भाईचारे से भरपूर रखिए।”

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