कैराना विधानसभा सीट पर नया राजनीतिक भूचाल, विख्यात पत्रकार मुशर्रफ सिद्दीकी बन सकते हैं प्रत्याशी!

कैराना विधानसभा सीट पर नया राजनीतिक भूचाल, विख्यात पत्रकार मुशर्रफ सिद्दीकी बन सकते हैं प्रत्याशी!


कई राजनीतिक दलों से बातचीत जारी, खुद मुशर्रफ सिद्दीकी ने दी संकेतों भरी स्वीकृति

कैराना (शामली)। उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर कैराना विधानसभा सीट सुर्खियों में आ गई है। आगामी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चाएं तेज हो चुकी हैं और इसी बीच एक नया नाम तेजी से उभर कर सामने आया है — देश के जाने-माने पत्रकार मुशर्रफ सिद्दीकी।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, मुशर्रफ सिद्दीकी आगामी विधानसभा चुनाव में कैराना सीट से ताल ठोक सकते हैं। हालांकि अभी तक उन्होंने किसी पार्टी का नाम सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है और माना जा रहा है कि वे जल्द ही किसी प्रमुख राजनीतिक दल के टिकट पर चुनावी रण में उतर सकते हैं।

जब इस बारे में खुद मुशर्रफ सिद्दीकी से सवाल किया गया, तो उन्होंने बिना किसी हिचक के कहा, “अगर कोई भी राजनीतिक पार्टी मुझे अपना उम्मीदवार बनाती है, तो मैं चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हूं। कई पार्टियों से इस विषय में बातचीत चल रही है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।”

उनके इस बयान के बाद सियासी चर्चाओं को और बल मिला है। मुशर्रफ सिद्दीकी का नाम मीडिया की दुनिया में एक निष्पक्ष और प्रभावशाली पत्रकार के रूप में जाना जाता है। वे सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलते रहे हैं और जनता के बीच उनकी पकड़ भी मजबूत मानी जाती है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि मुशर्रफ सिद्दीकी चुनाव लड़ते हैं, तो यह कैराना विधानसभा सीट के समीकरणों को पूरी तरह बदल सकता है। वर्तमान में यह सीट विभिन्न दलों के लिए अहम मानी जाती है और इस पर हर चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है।

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राजनीति में नया चेहरा, लेकिन जनता से पुराना नाता!

मुशर्रफ सिद्दीकी का राजनीति में प्रवेश एक ऐसे समय पर सामने आ रहा है जब जनता पारंपरिक नेताओं से हटकर नए और प्रभावशाली चेहरों की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। उनके लंबे पत्रकारिता अनुभव, सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहने और क्षेत्रीय मुद्दों पर स्पष्ट रुख ने उन्हें एक मजबूत जन-प्रतिनिधि के रूप में उभारने की जमीन तैयार कर दी है।

अब देखना यह होगा कि कौन सी पार्टी उन्हें अपने सिंबल पर चुनावी मैदान में उतारती है और क्या कैराना की सियासत को एक नई दिशा देने वाला यह पत्रकार वाकई चुनाव जीतकर विधान भवन तक पहुंचता है।

राजनीतिक तापमान बढ़ चुका है, कैराना की जनता इंतजार कर रही है — बदलाव की या फिर एक और मुकाबले की।

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