यासीन उर्फ सिन्ना का मुख्य हत्यारोपी गिरफ्तार, तीन फरार
यासीन उर्फ सिन्ना का मुख्य हत्यारोपी गिरफ्तार, तीन फरार
:-उधार लिए गए दो लाख रुपये का तकाजा करने पर दिया हत्याकांड को अंजाम
:-फरार हत्यारोपियों की तलाश में जुटी पुलिस, गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से मोबाइल व मृतक से लूटी गई नकदी बरामद
कैराना। पुलिस ने दो दिन पूर्व गांव भूरा में हुए बुजुर्ग यासीन उर्फ सिन्ना हत्याकांड का खुलासा करते हुए घटना में नामजद हत्यारोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा है, जबकि हत्या में शामिल तीन अन्य आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पकड़े गए हत्यारोपी के कब्जे से एक मोबाइल व मृतक बुजुर्ग से लूटी गई रकम के साढ़े सात हजार रुपये बरामद हुए है। पुलिस शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जुट गई है।
विगत बुधवार को क्षेत्र के गांव भूरा में सत्तर वर्षीय यासीन उर्फ सिन्ना का शव उसके घर के आंगन में पड़ा मिला था। मामले की सूचना पर एसपी शामली रामसेवक गौतम, प्रशिक्षु सीओ जितेंद्र कुमार व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने गांव में पहुंचकर घटना की जानकारी जुटाई थी। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर घटना से जुड़े साक्ष्य एकत्र किए थे। पुलिस ने मृतक व्यक्ति के शव को पंचायतनामा भरने के पश्चात पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। फॉरेंसिक टीम ने भी गांव में पहुंचकर घटना से जुड़े साक्ष्य एकत्र किए थे। मृतक के भतीजे मुबारिक ने गांव के ही नफीस नामक व्यक्ति पर बुजुर्ग यासीन की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली पर नामजद अभियोग दर्ज कराया था। एसपी शामली ने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को हत्याकांड का शीघ्र खुलासा करने तथा घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को घटना में नामजद किये गए नफीस को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। हत्यारोपी के कब्जे से एक मोबाइल व बुजुर्ग यासीन से लूटी गई रकम के 7500 रुपये बरामद हुए है।
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उधार दिए दो लाख रुपये का तकाजा करने पर दिया हत्याकांड को अंजाम
यासीन हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी नफीस ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने यासीन से काफी दिन पहले दो लाख रुपये उधार लिये थे। यासीन बार-बार उधार दिए गए पैसे वापिस करने का तकाजा करके परेशान करता रहता था, जिसके चलते उसने अपने साथी विशाल, नेत्रपाल व नितिन निवासीगण ग्राम भूरा को यासीन द्वारा बार–बार पैसे मांगने की बात बताई। इसके बाद, चारों ने यासीन को सबक सिखाने की योजना बनाई। योजनानुसार विगत 23 अप्रैल को वह और अपने तीनों साथियों के साथ रात्रि करीब सवा एक बजे यासीन के घर पर पहुंच गया। गेट का ताला लगा होने पर वह चारों दुकानों के ऊपर चढकर मकान के अंदर घुस गए। यासीन ऊपर बरामदे में मच्छरदानी लगाकर लेटा हुआ था। उनके आने की आहट से यासीन की आंख खुल गई। चारों ने यासीन से कहा कि जो तेरे पास है उन्हें दे दे। इस पर यासीन विरोध करने लगा। उन्होंने यासीन को खाट पर ही गिरा लिया और उसने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, उन्होंने यासीन के तहमद की से 42,000 रुपये निकाल लिये। इसके बाद, चारों ने तहमद को यासीन के गले से बाँध दिया तथा यासीन को मच्छरदानी समेत छत से नीचे फेंक दिया। छीने गए सारे पैसे उसके पास थे। उसने अपने तीनों साथियों से इन पैसों को बाद में बांटने की बात कही। छीने गए रुपयों में से उसने 2000 रुपये अपनी जरुरत में खर्च कर दिये, जबकि शेष रुपये तसव्वर निवासी ग्राम बीबीवुर हटिया के पास रख दिये। वहीं, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी नफीस के खिलाफ करीब डेढ़ दर्जन संगीन मुकदमें दर्ज है।
सचित्र….

















































