अखिल भारतीय जाट जन जागृति का राट्रीय जाट महासभा भारत में विलय
अखिल भारतीय जाट जन जागृति का राट्रीय जाट महासभा भारत में विलय

शामली। राष्ट्रीय जाट महासभा (भारत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सचिन सरोहा ने तहसील चौंक का नाम नामकरण महाराजा सूरजमल के नाम से करने की मांग की है।
कैराना रोड़ पर एक रेस्टोरेट में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए चौधरी सचिन सरोहा ने अखिल भारतीय जाट जन जागृति के संगठन में विलय का स्वागत करते हुए प्रमेन्द्र सिंह लंबरदार सहित सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया। सरोहा ने कहा, मौजूदा केंद्र सरकार की गलत पैरवी से केन्द्रीय सेवाओं में जाट समाज का आरक्षण समाप्त कराया गया जबकि जाट समाज आज आर्थिक, शैक्षिक व सामाजिक रूप से कमजोर हुआ है। राष्ट्रीय जाट महासभा भारत संयुक्त जाट मोर्चे के गठन कर देश के सभी जाट संगठनों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने, आगरा में शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगा का संगठन विरोध करते हुए महाराजा सूरजमल की प्रतिमा और उनका स्मारक बनाने की मांग की।प्रमेन्द्र सिंह लंबरदार ने कहा, अनेकों संगठन होने से जाट समाज भ्रामक स्थिति में हैं, हम पूरे देश में सभी संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे, जिसकी शुरुआत हमने शामली से की है। उन्होंने जाट समाज में बढ़ रही कुरीतियों पर भी जनजागरण अभियान चलाए जाने पर जोर दिया।सचिन सरोहा ने प्रशासन से तहसील चौंक का नाम नामकरण महाराजा सूरजमल के नाम से करने की मांग की। उन्होंने समाज से दहेजमुक्त शादी करने तथा ब्रह्मभोज का स्वतः त्याग करने की भी अपील की। उन्होंने प्रमेन्द्र सिंह लंबरदार को संगठन का संरक्षक तथा बुलंदशहर के विनोद प्रमुख को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सचिन चौधरी को राष्ट्रीय महासचिव मनोनीत किया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अजयपाल, युवा अध्यक्ष प्रवीण मालिक, क्षेत्रीय अध्यक्ष आनंद चौधरी, क्षेत्रीय युवा अध्यक्ष मोहित मलिक, शामली जिलाध्यक्ष सहंसरपाल राठी, देवराज पहलवान, सचिन खोडसमा, रोबिन तोमर, बाबा शोकेन्द्र सिंह, बाबा संजय कालखंडे, सीमा चौधरी, उदयवीर सिंह, प्रवेन्द्र चौंदाहेड़ी, अर्जुन, कपिल, विनोद, रामकिशन आदि उपस्थित थे।

















































